Apple यूज़र्स के लिए एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। लंबे समय से जिस एडवांस स्क्रीन कोटिंग टेक्नोलॉजी को लेकर चर्चा हो रही थी, वह अब आगामी iPhone 17 Pro में देखने को नहीं मिलेगी। यह वही तकनीक है, जिसे Samsung पिछले दो सालों से अपने फ्लैगशिप स्मार्टफोन्स में इस्तेमाल कर रहा है।
क्यों हटाया गया यह इनोवेटिव कोटिंग फीचर?
MacRumors की रिपोर्ट के अनुसार, Apple ने iPhone 17 Pro के डिस्प्ले में एंटी-स्क्रैच और एंटी-रिफ्लेक्टिव कोटिंग देने की योजना बनाई थी, जिससे स्क्रीन की मजबूती और विजिबिलिटी बेहतर हो जाती। लेकिन इस तकनीक का बड़े पैमाने पर उत्पादन करना Apple के लिए काफी चुनौतीपूर्ण साबित हुआ।
Apple के भारी मैन्युफैक्चरिंग वॉल्यूम के कारण इस फीचर को स्केल करना संभव नहीं हो पाया, भले ही इसे सिर्फ Pro मॉडल्स तक सीमित रखा गया था।
दूसरी ओर Samsung पहले ही कर चुका है बाज़ी
जहां Apple इस टेक्नोलॉजी को अभी भी टेस्ट कर रहा है, वहीं Samsung Galaxy S24 Ultra पहले ही बाजार में Gorilla Glass Armor के साथ उतारा जा चुका है। यह कोटिंग स्क्रीन पर रिफ्लेक्शन को 75% तक कम कर देती है, जिससे फोन को तेज रोशनी में भी आसानी से देखा जा सकता है।
साथ ही, यह कोटिंग स्क्रैच रेसिस्टेंस भी बढ़ाती है—जो कि किसी भी प्रीमियम स्मार्टफोन यूज़र के लिए जरूरी फीचर होता है।
प्रीमियम फोन मार्केट में नया स्टैंडर्ड बन रही है AR कोटिंग
आजकल कई हाई-एंड स्मार्टफोन्स में एंटी-रिफ्लेक्टिव (AR) कोटिंग्स स्टैंडर्ड बनती जा रही हैं। ये कोटिंग्स यूज़र एक्सपीरियंस को बेहतर बनाती हैं और अब उपभोक्ता इन फीचर्स को लगभग अनिवार्य मानने लगे हैं।
Apple फिर से रह गया पीछे?
Apple का यह कदम बताता है कि टेक्नोलॉजी में आगे बढ़ने की उनकी मंशा जरूर है, लेकिन लॉजिस्टिक लिमिटेशन्स अभी भी रुकावट बन रही हैं। हालांकि iPhone 17 Pro अपने इकोसिस्टम और अन्य हार्डवेयर अपग्रेड्स के दम पर बाज़ार में बने रहने की कोशिश करेगा, लेकिन जब प्रतिद्वंदी कंपनियां ऐसी तकनीक को पहले से इस्तेमाल कर रही हैं, तो Apple की कमी को नज़रअंदाज़ करना मुश्किल है।
अब बड़ा सवाल ये है—क्या आप Apple की परफेक्शन के बदले एक साफ और मजबूत स्क्रीन को चुनेंगे? शायद आने वाले मॉडल्स में Apple इस अंतर को मिटा पाए, लेकिन फिलहाल के लिए Samsung यहां बाज़ी मार गया है।